पटना शहर के लोगों का सालों पुराना सपना आखिरकार पूरा हो गया जब पटना मेट्रो की शुरुआत मंगलवार को हुई। पहले ही दिन हजारों लोगों ने मेट्रो से सफर किया और इस आधुनिक सुविधा का आनंद लिया। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक हर कोई इस ऐतिहासिक पल का हिस्सा बनने के लिए उत्साहित दिखा। सुबह से ही स्टेशन पर लंबी कतारें लगी रहीं और लोगों ने मोबाइल से तस्वीरें लेकर इस दिन को यादगार बना लिया।
पहले दिन की शुरुआत और यात्रियों का उत्साह
पटना मेट्रो सेवा का पहला दिन शहर के लिए बेहद खास रहा। पाटलिपुत्र बस टर्मिनल से भूतनाथ तक शुरू हुई इस सेवा में पहले दिन करीब पांच हजार यात्रियों ने सफर किया। मेट्रो को पहले दिन लगभग अस्सी हजार रुपये की आमदनी हुई। शहर के कई इलाकों से लोग परिवार के साथ मेट्रो स्टेशन पहुंचे। बच्चों में मेट्रो को देखकर उत्साह साफ झलक रहा था। बुजुर्ग यात्रियों ने कहा कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि पटना में मेट्रो जैसी सुविधा भी शुरू होगी। स्टेशन पर हर तरफ रौनक थी और लोग पहली बार सफर करने का अनुभव साझा कर रहे थे।
आधुनिक सुविधाएं और सुरक्षा व्यवस्था
पटना मेट्रो को पूरी तरह आधुनिक तकनीक के साथ तैयार किया गया है। डिब्बों में वातानुकूलित व्यवस्था है जिससे सफर आरामदायक बन जाता है। सीटें आरामदायक हैं और सफर झटका रहित महसूस होता है। स्टेशन परिसर साफ-सुथरा है और हर जगह सुरक्षा कर्मी तैनात हैं। बीएसएपी के जवानों को खास प्रशिक्षण देकर मेट्रो सुरक्षा में लगाया गया है। बिना जांच किसी को भी एंट्री नहीं दी जा रही है। टिकट काउंटरों पर निजी कंपनियों के प्रशिक्षित कर्मचारी यात्रियों की मदद कर रहे हैं। यात्रियों का कहना है कि यह सुविधा पटना शहर को एक नए युग में ले जाएगी।
यात्रियों के अनुभव और प्रतिक्रिया
पहले दिन मेट्रो में सफर करने वालों में हर उम्र के लोग शामिल रहे। भूतनाथ रोड की रहने वाली आरती कुमारी ने बताया कि बच्चों को लेकर आई थीं और सभी को सफर बहुत अच्छा लगा। उन्होंने कहा कि अब आटो की जगह मेट्रो से यात्रा करना आसान होगा। वहीं 65 वर्षीय बिजेंद्र यादव ने कहा कि उन्होंने सिर्फ टीवी पर मेट्रो देखी थी, पर आज खुद उसमें बैठे हैं तो गर्व महसूस हो रहा है। कुछ यात्रियों को निकास में देरी होने पर जुर्माना भी देना पड़ा, लेकिन किसी ने इसकी शिकायत नहीं की। सबने कहा कि यह बदलाव शहर के विकास की बड़ी पहचान है।
पटना मेट्रो से बदलती शहर की तस्वीर
पटना मेट्रो का उद्घाटन न केवल एक परिवहन सुविधा की शुरुआत है बल्कि यह शहर के विकास की दिशा में एक बड़ा कदम है। पहले चरण में सीमित मार्ग पर शुरू हुई सेवा धीरे-धीरे पूरे शहर को जोड़ेगी। मेट्रो से लोगों का सफर तेज, सस्ता और आरामदायक बनेगा। ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी और पर्यावरण प्रदूषण भी घटेगा। लोगों का मानना है कि अब पटना भी दिल्ली, मुंबई और कोलकाता जैसे महानगरों की कतार में शामिल हो गया है। मेट्रो के आने से राजधानी बिहार की पहचान नई दिशा में बढ़ रही है और लोगों के जीवन में नई रफ्तार आ गई है।